. वाक्यांश के लिए एक शब्द कम से कम शब्द में आधिकारिक भाव और विचारों की अभिव्यक्ति का प्रयास प्रत्येक लेखक या वक्ता करता है किन्तु ऐसा तभी सम्भव हो पाता है, जब वक्ता द्वारा व्यवहाहित भाषा में ऐसे शब्द की बहुलता हो जो अर्थ के दवाब को अध्याधिकारन करन हो सकता है किसी भाषा में ऐसे शब्द की बहुलता की समृद्धि का द्योतक है इस मायने में हिंदी भी एक समृद्ध भाषा है हिंदी में ऐसे शब्द शब्द संस्कृत से कुछ हैं हिंदी को स्वयं विकसित किया है | (अ ) • समान समान दूसरा कोई नहीं हो ----- अनुपम • जिस पर अनुग्रह किया गया हो ----- अनुगमन • जिसका शत्रु न जन्ममा हो -------- अजातशत्रु • अंत जीता न जावर ------ अजेय • जो कुछ नहीं जनता ------ अज्ञात • गुरु के समिप रहने वाले छात्र ------ इंटेवासी • दोपहर के बाद का समय ------ अपराह्न • पर पर अभियोग चलाया गया ------ अभियुक्त • जोकी कोई सीमा नहीं हो ----- असीम • जोको जाना न जावर ---...
For Education
Comments
Post a Comment